रावण
विद्वान वह प्रख्यात था
संगीत भी विख्यात था
महादेव शिव का परम भक्त
पंडित बड़ा प्रकांड था
शक्तिशाली बलवान भी
कुबेर सा धनवान भी
भरा किन्तु अहंकार था
बस यही अंधकार था
तपस्वी वो ज्ञानी महान
पंडित एक बड़ा विद्वान
ज्ञात सभी थे अनुष्ठान
बलशाली और शक्तिमान
समृद्ध संपन्न क्षेत्र विशाल
भयभीत लेकिन विकराल
पुत्र लक्ष्य कुल बहुत बड़ा
विनाश हुआ था स्वयं खड़ा