राम रहीम और कान्हा
***राम रहीम और कान्हा***
राम रहीम और कान्हा
हम बुराई से बचे
मुझपे इतनी महिमा करना
राम रहीम————
छल कपट और इर्ष्या
मिथ्या छोड के मेरे कान्हा
सत की राह मुझे दिखाना
राम रहीम—————
सर्व जनो से प्रेम भाव हो
ना रहे दिलो मे तृष्णा
है इतनी मेरी प्रार्थना
राम रहीम———-
भटके जो कभी सत के पथ से
बनके गोविंद हमे राह दिखाना
हम बुराई से बचे
मुझपे इतनी महिमा करना
राम रहीम———
***दिनेश कुमार गंगवार ***