राग द्वेश से दूर हों तन - मन रहे विशुद्ध।
खट्टी-मीठी यादों सहित,विदा हो रहा तेईस
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko...!
रोज जमकर बरसात होती हैं मेरी शिकायतों की।
नभ के चमकते तारे तो बन गए ! प्रकाश सभी तारों में विद्धमान है
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
धधक रही हृदय में ज्वाला --
*जन्म-दिवस आते रहें साल दर साल यूँ ही*
मत भूल खुद को!
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
मतलबी लोग मतलबी दुनिया। तुझसे उम्मीद इतनी थी दुनिया। पास ज़र हो तो सारे अपने हैं। वरना लगती है अजनबी दुनिया। सबके रंजो आलम की बाइस है। किसको देती है यह खुशी दुनिया
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
23/212. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
जिंदगी में जब कोई सारा युद्ध हार जाए तो उसे पाने के आलावा खो
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'