राम नाम सत्य है
जब आ गया जिसका बुलावा
वो छोड़ चला है काया
चाहे जितना शोक मना लो
जाने वाला कब आया रे
मरघट की माटी से हरदम
यही संदेशा आता है
जिसने धरती पर था भेजा
एक दिन वही बुलाता है
शाश्वत नियम यही जगत का
यही है होता आया रे
मुट्ठी बांधे आया जगत में
हाथ पसारे जायेगा
उतना ही दुःख होगा बन्दे
जितना मोह लगायेगा
कहत कबीर सुनो भाई साधो
सत्य नाम है रामा रे
सत्य नाम है रामा