राम नाम की जय हो
आज त्रेता युग का भान हो रहा है
सर्वत्र श्री राम का गुणगान हो रहा है
राममय हो गया है अब यह तन मेरा
केवल राम-राम ही है अब मन मेरा
किसी के मन में अब नहीं कोई भय है
सम्पूर्ण धरा पर राम नाम की ही जय है
जब हर घर में हो खुशियों का राज
सभी के सिर पर हो समृद्धि का ताज
आपस की कटुता का नाश हो जाए
सब लोगों का अस्तित्व खास हो जाए
तब राम राज्य का स्वर्णिम सपना
निश्चित पूरा हो जाएगा एक दिन अपना