….राम के जैसे संघर्ष पथ पर चलना होगा..
नाम के अनुरूप अपने,
हर काम तुम्हे करना होगा ।
श्रेष्ठ हो तो श्रेष्ठता का ,
परचम तुम्हे छूना होगा।
यूं हीं नही होती यहां ,
जयजयकार किसी की,
राम के जैसे तुम्हे भी ,
संघर्ष पथ पर चलना होगा।
कृष्ण की सोलह कलाओं
का तुम्हे ज्ञान हो।
चांद सा शीतल बनो ,
और सूरज के जैसा ताप हो
इन्सानियत का सदा ,
सर पे तुम्हारे ताज हो ।
आपकी मां दे रही है,
आपको आशीश यह।
छूते रहो उचाइयों को,
और जमीं पे तुम्हारे पांव हो ।
रूबी चेतन शुक्ला
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाऐं
मेरे बच्चे सर्वश्रेष्ठ
आशीर्वाद