राम काज में निरत निरंतर
राम काज में निरत निरंतर,अंतस में सियाराम हैं
सत चित आनंद बल बुद्धि, और विद्या के धाम हैं
राम चरण में निरत सदा,अजर अमर हनुमान हैं
साधु संत दीन हीन प़िय, भक्तों के कृपा निधान हैं
कोटि कोटि जनमन में बैठे, सदा निरत सतकाम हैं
युगों युगों से भक्त जनों को, बांट रहे सुख धाम हैं
सज्जन को पालक पोषक प्रिय, दुष्टों को महाकाल हैं
ज्ञान भक्ति और कर्म योग में,निरत सदा त्रिकाल हैं
रोग दोष दुख भंजक जग में, कृपा सिंधु हनुमान हैं
राम नाम और काज प़िय, बालवीर हनुमान हैं
ग्राम कस्बा और महानगर में, खेड़ापति हनुमान हैं
धर्म और शुभ कर्म के रक्षक, कलयुग में हनुमान हैं
राम काज में निरत निरंतर, अंतस में सियाराम हैं
जय सियाराम जी 🙏🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी