राम अवतार
कुंडलियां मित्रों एक नए कांसेप्ट ने इस रचना में जन्म लिया है
करने रक्षा धर्म हित, लिया मूर्ति अवतार।
कलयुग में श्री राम ने, किया धर्म संचार।
किया धर्म संचार, असुर सहमे अब जानो।
धर्म सनातन सत्य, सत्य की महिमा मानो।
कहें प्रेम कवि राय, राम जन गण में रमने।
अवध भूमि अवतरित, नाम की रक्षा करने।
डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम