Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 May 2023 · 1 min read

रामराज्य आ जाए

रामराज्य आ जाए

हे प्रभु! पुनः राम राज्य आ जाए कि जी भरकर तब ‘राम’ सुनाऊं।

जनसाधारण जब कष्ट रहित हों, दैहिक दैविक भौतिक जो हो
धनी गरीब जन सभी सुखी हों, यथा योग्य निज कर्म में रत हों
जहां हो जितनी उन्हें जरूरत , प्राप्य उन्हें हो, संतुष्टि उनकी हो
सर्व सुलभ हो शिक्षार्जन, फिर सभी सुसंस्कृत, सभी गुणी हों
कहीं न पद के हित षड्यंत्र हो, असहिष्णुता अस्तित्वहीन हो।

प्रभु ऐसा राम राज्य आ जाए मैं जी भरकर तब ‘राम’ सुनाऊं।

कपट, लूट, अपहरण, वसूली, माफियागिरी अनसुना शब्द हो
गोली-गाली या‌ पत्थरबाजी, अभिशापों से यह राष्ट्र मुक्त हो
जाति-धर्म हिलमिल प्रसन्न हों, घृणारहित निर्विवाद जीवन हो
सहकार , सर्वत्र हो भाईचारा, समुदाय परस्पर प्रेमवान हों
ऊंच-नीच विभेद विगत हो, ईर्ष्याहीन जग कर्म प्रधान हो।

प्रभु ऐसा राम राज्य आ जाए
मैं जी भर कर तब ‘राम’ सुनाऊं।
**********************************************************
–राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, मौलिक/स्वरचित।

1 Like · 71 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajendra Gupta
View all
You may also like:
नारी को सदा राखिए संग
नारी को सदा राखिए संग
Ram Krishan Rastogi
मैं अपना सबकुछ खोकर,
मैं अपना सबकुछ खोकर,
लक्ष्मी सिंह
वीर वैभव श्रृंगार हिमालय🏔️⛰️🏞️🌅
वीर वैभव श्रृंगार हिमालय🏔️⛰️🏞️🌅
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कुछ लिखूँ.....!!!
कुछ लिखूँ.....!!!
Kanchan Khanna
जनता का भरोसा
जनता का भरोसा
Shekhar Chandra Mitra
3090.*पूर्णिका*
3090.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जो भी पाना है उसको खोना है
जो भी पाना है उसको खोना है
Shweta Soni
जाने कैसे दौर से गुजर रहा हूँ मैं,
जाने कैसे दौर से गुजर रहा हूँ मैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
माफ करना मैडम हमें,
माफ करना मैडम हमें,
Dr. Man Mohan Krishna
लगन की पतोहू / MUSAFIR BAITHA
लगन की पतोहू / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ফুলডুংরি পাহাড় ভ্রমণ
ফুলডুংরি পাহাড় ভ্রমণ
Arghyadeep Chakraborty
डूबें अक्सर जो करें,
डूबें अक्सर जो करें,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जीवन संघर्ष
जीवन संघर्ष
Omee Bhargava
उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ
उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
सिसकियाँ
सिसकियाँ
Dr. Kishan tandon kranti
प्रस्फुटन
प्रस्फुटन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नाम सुनाता
नाम सुनाता
Nitu Sah
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
Suryakant Dwivedi
हो रही बरसात झमाझम....
हो रही बरसात झमाझम....
डॉ. दीपक मेवाती
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
sushil sarna
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
Smriti Singh
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
राष्ट्र सेवा के मौनव्रती श्री सुरेश राम भाई
राष्ट्र सेवा के मौनव्रती श्री सुरेश राम भाई
Ravi Prakash
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
नूरफातिमा खातून नूरी
परखा बहुत गया मुझको
परखा बहुत गया मुझको
शेखर सिंह
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
Happy sunshine Soni
"कुछ अनकही"
Ekta chitrangini
कैसे भूले हिंदुस्तान ?
कैसे भूले हिंदुस्तान ?
Mukta Rashmi
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
Mamta Singh Devaa
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
Sanjay ' शून्य'
Loading...