रामनवमी
2 अप्रैल, 2020
विषय : राम नवमी
अयोध्या में तुम थे जन्में राम!
पर रहते जग के हर कण में हो!
तुम्हारे संकेत पर दुनिया चलती
तुम जो चाहो, वो क्षण में हो!
तुम्हीं अवलंब हो इस जगत के
तुम्हीं इस सृष्टि के कारक हो!
मानवता के संस्थापक हो तुम!
तुम कीट-कुंजर के प्रतिपालक हो!
लोक-संस्कृति के तुम हो रक्षक,
पथभ्रष्टों के मार्गदर्शक हो!
मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाते राम!
मर्यादाओं के तुम संस्थापक हो!
त्याग, शील, दया, धैर्य के प्रेरक,
कलयुग में जन के तारक हो!
‘राम’ नाम दुख रोग निवारक
राम !हर युग में तुम प्रासंगिक हो!!
हम सब प्रजा श्री रामचंद्र की,
राम तुम हमारे प्रजापालक हो!
रामजन्म का रामनवमी उत्सव
सामंजस्य भाव विस्तारक हो!!
??जय श्री राम!!??
खेमकिरण सैनी
बेंगलूरु