Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2024 · 2 min read

रामजी हमारा एहसान मानते हैं

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का
हमने निमंत्रण क्या ठुकराया
सारे धर्म प्रेमी रामभक्त
हाथ धोकर हमारे पीछे पड़ गए,
लगता है वे सब दिमाग से पैदल हो गये।
खुद को बड़ा राम भक्त बनते हैं
राम को सिर्फ अपना ही मानते हैं।
पर वे सब बड़े स्वार्थी हैं,
राम जी के दरबार में अकेले ही आना जाना चाहते हैं,
बड़े आराम से रामजी के दर्शन करना
और अपना दुखड़ा सुनाना चाहते हैं।
पर असली रामभक्त तो हम और
निमंत्रण ठुकराने वाले हमारे भाई बंधु, जो सारे विरोधी हैं,
इसके पीछे का असली कारण
राम जी बहुत अच्छे से जानते हैं,
उनके दर्शन के लिए उमड़ रही भीड़ के पीछे
हमारे द्वारा निमंत्रण ठुकराने को ही बड़ा कारण मानते हैं,
हम सबको ही अपना असली भक्त मानते हैं,
प्राण प्रतिष्ठा की इतनी चर्चा के पीछे
हम सबको ही बड़ा कारण मान‌ धन्यवाद देते हैं।
अब यह बात आपको तो समझ में आती नहीं
पर राम जी बहुत बेहतर जानते मानते हैं,
आपको तो विश्वास नहीं होगा
राम जी अभी तक हमारा एहसान मानते हैं,
रोज सुबह जागते ही सबसे पहले हमें ही
अपनी कृपा आनलाइन भेजते हैं,
और साथ ही निमंत्रण ठुकराने के लिए
आभार धन्यवाद करते हुए नहीं थक रहे हैं,
अपने ऊपर हमारा बड़ा एहसान मान रहे हैं,
वे अपने मंदिर में और हम अपने राजमहल में
अपना अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभा रहे हैं।
हम यहां चुपचाप जय श्री राम कह रहे हैं
वहां राममंदिर में बालरूप रामजी मुस्कुराते हुए
आम लोगों को मोहक मुस्कान बिखेरते हुए दिख रहे हैं।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
78 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दोहे-बच्चे
दोहे-बच्चे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
Arghyadeep Chakraborty
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
Bodhisatva kastooriya
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
Ravi Prakash
हंसें और हंसाएँ
हंसें और हंसाएँ
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
ग़ज़ल एक प्रणय गीत +रमेशराज
कवि रमेशराज
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
मुफलिसो और बेकशों की शान में मेरा ईमान बोलेगा।
Phool gufran
धर्म की खिचड़ी
धर्म की खिचड़ी
विनोद सिल्ला
राख देह की पांव पसारे
राख देह की पांव पसारे
Suryakant Dwivedi
गांव में फसल बिगड़ रही है,
गांव में फसल बिगड़ रही है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया
मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
धोखा देती है बहुत,
धोखा देती है बहुत,
sushil sarna
तुम्हारी आँखें...।
तुम्हारी आँखें...।
Awadhesh Kumar Singh
मेरा होकर मिलो
मेरा होकर मिलो
Mahetaru madhukar
देह से देह का मिलन दो को एक नहीं बनाता है
देह से देह का मिलन दो को एक नहीं बनाता है
Pramila sultan
माता - पिता राह में चलना सिखाते हैं
माता - पिता राह में चलना सिखाते हैं
Ajit Kumar "Karn"
" दास्तां "
Dr. Kishan tandon kranti
किसे फर्क पड़ता है
किसे फर्क पड़ता है
Sangeeta Beniwal
बहशीपन की हद पार कर गया आदमी ,
बहशीपन की हद पार कर गया आदमी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
स्थिरप्रज्ञ
स्थिरप्रज्ञ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
नन्दी बाबा
नन्दी बाबा
Anil chobisa
** चीड़ के प्रसून **
** चीड़ के प्रसून **
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
साधिये
साधिये
Dr.Pratibha Prakash
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय*
वो जो कहें
वो जो कहें
shabina. Naaz
इस जनम में तुम्हें भूल पाना मुमकिन नहीं होगा
इस जनम में तुम्हें भूल पाना मुमकिन नहीं होगा
शिव प्रताप लोधी
*नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक*
*नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
नव वर्ष का आगाज़
नव वर्ष का आगाज़
Vandna Thakur
बहुत झुका हूँ मैं
बहुत झुका हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
Shubham Pandey (S P)
Loading...