राधिका
मधुवन में महारास की पहचान राधिका
अधरों पे जो कान्हा के, वो मुस्कान राधिका
जग मन्त्रमुग्ध हो गया जिस टेर को सुनकर
उस मोहिनी मुरली की मधुर तान राधिका
बस एक झलक के लिए व्याकुल हूँ रात-दिन
फिर भी हैं मेरी पीर से अनजान राधिका
गीता है अगर ज्ञान तो यह बात भी सच है
भारत के भाव-भूमि का विज्ञान राधिका
जिसने ‘असीम’ कृष्ण को भगवान कर दिया
उस बेहिसाब प्रेम का उनवान राधिका
©शैलेन्द्र ‘असीम