Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2019 · 1 min read

राधिका छंद

– फागुन
#विधा – राधिका छंद
******************************
यह फागुन का है मास, लगे मनभावन।
हर हृदय हुआ है मस्त, छटा है पावन।।
अब गोरी खेले फाग, रंग बरसाये।
है पीट रही वो चंग, खूब हर्षाये।।

सब लोग हुये है मग्न, फाग खेलन में।
है मस्त मवाली आज, भंग घोटन में।।
मदमस्त मगन सब आज ,नाच दिखलायें।
अब बरसे चहुँदिश रंग, सभी बरसायें।।

हुड़दंग मचा चहुँओर, लोग बौराये।
हैं भंग घोटते संग, नहीं शरमायें।।
अब बजे मृदंग व ढोल,मगन मन झूमे।
गा नाच रहे सब लोग, गली में घूमें।।

सत्यभामा संग कृष्ण, फाग मथुरा में।
हैं मित्रविन्दा भी मग्न, आज ससुरा में।।
बजे मृदंग अरू ढोल, मस्त बरसाने।
राधा जी लेकर रंग, चलीं बरसाने।।
…….स्वरचित, स्वप्रमाणित
✍️पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
शब्द उनके अर्थ
ससुरा – ससुराल
अरू – और
चंग – नगाड़े जैसा बड़ा वाद्ययंत्र
मित्रविन्दा – श्री कृष्ण की धर्मपत्नी
चहुँदिश – सभी दिशाओं में, हर ओर

Language: Hindi
1 Like · 399 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
गुमनाम 'बाबा'
दीवाली
दीवाली
Nitu Sah
3149.*पूर्णिका*
3149.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लगाये तुमको हम यह भोग,कुंवर वीर तेजाजी
लगाये तुमको हम यह भोग,कुंवर वीर तेजाजी
gurudeenverma198
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
सत्य कुमार प्रेमी
डायरी मे लिखे शब्द निखर जाते हैं,
डायरी मे लिखे शब्द निखर जाते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
धधक रही हृदय में ज्वाला --
धधक रही हृदय में ज्वाला --
Seema Garg
घिरी घटा घन साँवरी, हुई दिवस में रैन।
घिरी घटा घन साँवरी, हुई दिवस में रैन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*सीता जी : छह दोहे*
*सीता जी : छह दोहे*
Ravi Prakash
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
तन्हां जो छोड़ जाओगे तो...
Srishty Bansal
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
Abhishek prabal
तुम्हारी खूब़सूरती क़ी दिन रात तारीफ क़रता हूं मैं....
तुम्हारी खूब़सूरती क़ी दिन रात तारीफ क़रता हूं मैं....
Swara Kumari arya
I am Me - Redefined
I am Me - Redefined
Dhriti Mishra
The greatest luck generator - show up
The greatest luck generator - show up
पूर्वार्थ
"चुम्बकीय शक्ति"
Dr. Kishan tandon kranti
शायरी 1
शायरी 1
SURYA PRAKASH SHARMA
कहे स्वयंभू स्वयं को ,
कहे स्वयंभू स्वयं को ,
sushil sarna
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
पयोनिधि नेह में घोली, मधुर सुर साज है हिंदी।
Neelam Sharma
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
Rituraj shivem verma
#हंड्रेड_परसेंट_गारंटी
#हंड्रेड_परसेंट_गारंटी
*प्रणय प्रभात*
नाक पर दोहे
नाक पर दोहे
Subhash Singhai
सरहदों को तोड़कर उस पार देखो।
सरहदों को तोड़कर उस पार देखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
गणित का एक कठिन प्रश्न ये भी
गणित का एक कठिन प्रश्न ये भी
शेखर सिंह
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार है
जिंदगी के रंगमंच में हम सभी किरदार है
Neeraj Agarwal
--एक दिन की भेड़चाल--
--एक दिन की भेड़चाल--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
Dr. Rajeev Jain
Perceive Exams as a festival
Perceive Exams as a festival
Tushar Jagawat
मूर्ती माँ तू ममता की
मूर्ती माँ तू ममता की
Basant Bhagawan Roy
अरमान गिर पड़े थे राहों में
अरमान गिर पड़े थे राहों में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...