राधाकृष्णन के नाम
शिक्षक दिवस(गर्व करें)
घनाक्षरी
उच्च पद पाकर भी
जो न बदला कभी
नाम अमर है अभी
राधाकृष्णन वही।
पहले शिक्षक रहा
दर्शन शास्त्र को गहा
मानवतावाद कहा
राष्ट्रपति रहा सही।
जन्म दिवस मनाया
शिक्षक दिवस दिया
गुरू का मान बढ़ाया
भारत रत्न सही।
शिक्षक पाते हैं मान
करते सब सम्मान
महामहिम महान
लाज बचा दी सही।
शिक्षकीय उपकार
बना जीवन आधार
नमन करो स्वीकार
स्वाभिमान बढ़ाया।
शायद पाते न मान
आज ऐसा अनुमान
तो न रहती यें शान
मान आप बढ़ाया।
शिक्षक से एहसान
पद गरिमा महान
ख्याति पायी है जहान
धर्म ऐसा निभाया।
धन्य आपका विचार
मानवता छिपा सार
गर्व करें बार बार
दिवस नाम पाया।
राजेश कौरव सुमित्र