Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2021 · 1 min read

* रात *

“रात”
°°°°°°
?
जब-जब होती है , ‘रात’

घर पर होते , हम-सब;

मम्मी-पापा के ही साथ,

‘रात’ को सोते, हम-सब,

सुबह होती, जगते जब;

मुंह धोकर , पढ़ते तब;

‘रात’ को रहती है अंधेरा,

जब तक न होता, ‘सवेरा’

‘रात’ को डरता भाई मेरा,

‘रात’ को, सपने भी आते;

सपने हमें , कभी रुलाते;

कभी हम, खुश हो जाते।

०००००००००००००००००

…..✍️प्रांजल
…….कटिहार।

8 Likes · 2 Comments · 396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिस दिन राम हृदय आएंगे
जिस दिन राम हृदय आएंगे
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
जीवन और रंग
जीवन और रंग
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
" बड़ा "
Dr. Kishan tandon kranti
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
manjula chauhan
रिश्ते
रिश्ते
Ashwani Kumar Jaiswal
మంత్రాలయము మహా పుణ్య క్షేత్రము
మంత్రాలయము మహా పుణ్య క్షేత్రము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मैं पापी प्रभु उर अज्ञानी
मैं पापी प्रभु उर अज्ञानी
कृष्णकांत गुर्जर
क्या तुम्हें लगता है कि
क्या तुम्हें लगता है कि
gurudeenverma198
*Awakening of dreams*
*Awakening of dreams*
Poonam Matia
"" *तस्वीर* ""
सुनीलानंद महंत
ठहर नहीं
ठहर नहीं
Dr fauzia Naseem shad
M
M
*प्रणय*
सच और झूठ
सच और झूठ
Neeraj Agarwal
3638.💐 *पूर्णिका* 💐
3638.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*मैया की शेर की सवारी हुई (भजन/हिंदी गजल)*
*मैया की शेर की सवारी हुई (भजन/हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
स्वामी विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
किसी को टूट कर चाहना
किसी को टूट कर चाहना
Chitra Bisht
जीवन पथ पर
जीवन पथ पर
surenderpal vaidya
रतन टाटा
रतन टाटा
Satish Srijan
अपना दर्द छिपाने को
अपना दर्द छिपाने को
Suryakant Dwivedi
नकारात्मक लोगों को छोड़ देना ही उचित है क्योंकि वे आपके जीवन
नकारात्मक लोगों को छोड़ देना ही उचित है क्योंकि वे आपके जीवन
Ranjeet kumar patre
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
कहां खो गए
कहां खो गए
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
"आईये जीवन में रंग भरें ll
पूर्वार्थ
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
अपूर्ण नींद और किसी भी मादक वस्तु का नशा दोनों ही शरीर को अन
Rj Anand Prajapati
निश्चित जो संसार में,
निश्चित जो संसार में,
sushil sarna
सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी
सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी
इशरत हिदायत ख़ान
राधा कृष्ण होली भजन
राधा कृष्ण होली भजन
Khaimsingh Saini
ख़ामोशी
ख़ामोशी
Dipak Kumar "Girja"
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...