Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Dec 2024 · 1 min read

रातों में कभी आसमान की ओर देखना मेरी याद आएगी।

रातों में कभी आसमान की ओर देखना मेरी याद आएगी।
अपने जिस्म पर हाथ फेरकर देखना मेरी याद आएगी।
कभी अकेले में भोजन करना मेरी याद आएगी।
कभी गुमसुम सा होकर उदासी के गीत सुनना मेरी याद आएगी।
अगर मोहब्बत सच्ची रही होगी तो इन आंखों से आंसू की धार बह जायेगी।
RJ Anand prajapati

9 Views

You may also like these posts

श्री कृष्ण जन्म
श्री कृष्ण जन्म
Mahesh Jain 'Jyoti'
कमबख़्त ये इश्क़ भी इक आदत हो गई है
कमबख़्त ये इश्क़ भी इक आदत हो गई है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रूठी साली तो उनको मनाना पड़ा।
रूठी साली तो उनको मनाना पड़ा।
सत्य कुमार प्रेमी
हिन्दी दोहा-पत्नी
हिन्दी दोहा-पत्नी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
महात्मा गांधी ,एवम लाल बहादुर शास्त्री पर
महात्मा गांधी ,एवम लाल बहादुर शास्त्री पर
मधुसूदन गौतम
4032.💐 *पूर्णिका* 💐
4032.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दोहा त्रयी. . . . .
दोहा त्रयी. . . . .
sushil sarna
चापड़ा चटनी
चापड़ा चटनी
Dr. Kishan tandon kranti
जब  तेरा  ये मन  शुद्ध होगा।
जब तेरा ये मन शुद्ध होगा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*बना शहर को गई जलाशय, दो घंटे बरसात (गीत)*
*बना शहर को गई जलाशय, दो घंटे बरसात (गीत)*
Ravi Prakash
तुम हमेशा से  मेरा आईना हो॥
तुम हमेशा से मेरा आईना हो॥
अमित
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
*
*"बसंत पंचमी"*
Shashi kala vyas
कांवड़िए
कांवड़िए
surenderpal vaidya
बेमेल शादी!
बेमेल शादी!
कविता झा ‘गीत’
ये बादल क्युं भटक रहे हैं
ये बादल क्युं भटक रहे हैं
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कोशिश करना आगे बढ़ना
कोशिश करना आगे बढ़ना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
मौत का पैग़ाम होकर रह गई,
पंकज परिंदा
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
#काफिले
#काफिले
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
कुण्डलिया
कुण्डलिया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Shankarlal Dwivedi reciting his verses and Dr Ramkumar Verma and other literary dignitaries listening to him intently.
Shankarlal Dwivedi reciting his verses and Dr Ramkumar Verma and other literary dignitaries listening to him intently.
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
रात नहीं आती
रात नहीं आती
Madhuyanka Raj
चाय और प्रेम
चाय और प्रेम
पूर्वार्थ
.
.
*प्रणय*
*जाड़े की भोर*
*जाड़े की भोर*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
विजय दशमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
विजय दशमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
Sonam Puneet Dubey
आप हम से ख़फ़ा नहीं होना।
आप हम से ख़फ़ा नहीं होना।
Dr fauzia Naseem shad
पुराने दोस्त वापस लौट आते
पुराने दोस्त वापस लौट आते
Shakuntla Shaku
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...