राजू श्रीवास्तव एक श्रद्धांजलि
हंसने हँसाने की वजह बना आज वो सो गया।
ना जाने कितनों को उदास कर कहाँ पर खो गया।।
एक लंबी भयावह चुप्पी आज तुमको लील गई।
इस तरह खामोश हुआ कि हमेशा के लिए हो गया।।
हंसने हँसाने की वजह बना आज वो सो गया।
ना जाने कितनों को उदास कर कहाँ पर खो गया।।
एक लंबी भयावह चुप्पी आज तुमको लील गई।
इस तरह खामोश हुआ कि हमेशा के लिए हो गया।।