राजस्थान
अमर सपूतों की गाथा स्वर्णिम अक्षरों में वर्णित है
इतिहास जिसका महान यह राजाओं का स्थान
त्याग प्रेम सौंदर्य वीरता की अनुपम पहचान
जिसकी महिमा का शब्दों में ना हो सके बखान
स्वर्ण सी धरा चमकती चांदी सा आसमान
सबसे प्यारा सबसे न्यारा है राजस्थान
कोस कोस पर बदले पानी चार कोस पर बानी
ऐतिहासिक किलों और संस्कृति की अमर कहानी
राणा प्रताप कुम्भा और प्रथ्वीराज महान
पन्नाधाय का त्याग जहां हांडी रानी सी वीरांगना
पद्मिनी का जौहर और नारी का स्वाभिमान
वीर रस से भरी कहानी निज माटी पर अभिमान
ढोला मारु की प्रीत जहां साहित्य में वीर रस भरा
कोयल मोर पपीह के गान पग पग संगीत भरा।
लोक कला और संस्कृति की अनुपम पहचान
कण कण में गूँजे जय जय राजस्थान