राग छिडे चहुँ ओर
बागों में शोर है, क्या कहते हैं मोर
घन छाये घनघोर ये, राग छिडे चहुँ ओर
जल बारिश का पान अब, प्यास बुझा पुर-जोर
शीतल- शीतल बूंद से, हवा रही झकझोर
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा
बागों में शोर है, क्या कहते हैं मोर
घन छाये घनघोर ये, राग छिडे चहुँ ओर
जल बारिश का पान अब, प्यास बुझा पुर-जोर
शीतल- शीतल बूंद से, हवा रही झकझोर
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा