राखी
बहना की सुंदर राखी से,शोभित हुआ कलाई।
मन मेरा प्रफुल्लित हुआ जब,माथे तिलक लगाई।
जीवन भर उसके रक्षा का, उसे दिया है वादा।
इतना है ये बड़ा उपहार, क्या दूँ इससे ज्यादा।
बहना की सुंदर राखी से,शोभित हुआ कलाई।
मन मेरा प्रफुल्लित हुआ जब,माथे तिलक लगाई।
जीवन भर उसके रक्षा का, उसे दिया है वादा।
इतना है ये बड़ा उपहार, क्या दूँ इससे ज्यादा।