आग जो लगी जंगल में
आग लगी जो जंगल में,तो आंच हर दरख़्त तक जाएगी,
गुमां में,न रहना की फूल सिर्फ हमारे झुलसेंगे,
मियां बाग तो ये तुम्हारे भी जला जाएगी।
आग लगी जो जंगल में,तो आंच हर दरख़्त तक जाएगी,
गुमां में,न रहना की फूल सिर्फ हमारे झुलसेंगे,
मियां बाग तो ये तुम्हारे भी जला जाएगी।