Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2021 · 1 min read

“रवि”

“रवि”

रवि को बहुत पसंद है पान,
सामने ही थी पान की दुकान।

उसके पापा हैं,उसकी शान,
प्यारी मम्मी है, उसकी जान।

रोज करता है वो बहुत काम,
बड़ों को करता है सदा प्रणाम।

पर बेचारे का दुखता है कान,
रहता वो सदा, इससे परेशान।

प्रांजल
कटिहार

14 Likes · 22 Comments · 955 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
Pratibha Pandey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
व्यंग्य क्षणिकाएं
व्यंग्य क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
हो गये अब अजनबी, यहाँ सभी क्यों मुझसे
हो गये अब अजनबी, यहाँ सभी क्यों मुझसे
gurudeenverma198
हृद् कामना ....
हृद् कामना ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
☺️
☺️
*प्रणय*
" न्यारा पूनिया परिवार "
Dr Meenu Poonia
IWIN iwin89.com | Hệ thống game bài IWINCLUB, web đánh bài I
IWIN iwin89.com | Hệ thống game bài IWINCLUB, web đánh bài I
Iwin89
दहेज की जरूरत नही
दहेज की जरूरत नही
भरत कुमार सोलंकी
* खिल उठती चंपा *
* खिल उठती चंपा *
surenderpal vaidya
अल्प इस जीवन में
अल्प इस जीवन में
Dr fauzia Naseem shad
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
श्रीहर्ष आचार्य
4405.*पूर्णिका*
4405.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
Ravi Prakash
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
Udaya Narayan Singh
"जलन"
Dr. Kishan tandon kranti
*पेड़*
*पेड़*
Dushyant Kumar
मैं उसको जब पीने लगता मेरे गम वो पी जाती है
मैं उसको जब पीने लगता मेरे गम वो पी जाती है
कवि दीपक बवेजा
जीवन पथ एक नैय्या है,
जीवन पथ एक नैय्या है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन की चुप्पी
मन की चुप्पी
Shashi Mahajan
आदिवासी कभी छल नहीं करते
आदिवासी कभी छल नहीं करते
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
जब तात तेरा कहलाया था
जब तात तेरा कहलाया था
Akash Yadav
विश्वास
विश्वास
Bodhisatva kastooriya
अपनेपन की रोशनी
अपनेपन की रोशनी
पूर्वार्थ
इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,
इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,
शेखर सिंह
तुम,दर-दर से पूछ लो
तुम,दर-दर से पूछ लो
Inder Bhole Nath
"भँडारे मेँ मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ये विश्वकप विराट कोहली के धैर्य और जिम्मेदारियों का है।
ये विश्वकप विराट कोहली के धैर्य और जिम्मेदारियों का है।
Rj Anand Prajapati
जय हो जय हो महादेव
जय हो जय हो महादेव
Arghyadeep Chakraborty
Loading...