रवि प्रकाश की विचार पत्रिका : पुराने एस एम एस
रवि प्रकाश की विचार पत्रिका : पुराने एस एम एस
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अचानक पुरानी फाइलों में मेरे द्वारा मोबाइल पर एसएमएस द्वारा भेजे गए कुछ विचार मिल गए । यह दिनांक 27 – 5- 2009 तक के एस एम एस विचार थे, जिन्हें मैं “रवि प्रकाश की विचार पत्रिका ” नाम से कुछ 15 -20 लोगों के समूह में भेजता रहता था।
उन्हीं दिनों आदरणीय श्री प्रमोद कुमार अग्रवाल बन्दूक वाले रामपुर निवासी भी मेरी इस विचार मंडली में शामिल थे। उन्होंने उन्हीं दिनों सन 2009 में अपने कंप्यूटर से मेरे एसएमएस की विचार पत्रिका के मैसेज प्रिंट करके मुझे भेंट स्वरूप भेज दिए थे। उस समय तो मुझे इनका महत्व समझ में नहीं आया, क्योंकि यह विचार मेरे पास मोबाइल में सेव थे तथा मैं उन्हें सुरक्षित मानता था ,लेकिन अब लगता है कि वह सारे विचार अतीत की स्मृतियों से भी ओझल हो जाते , अगर श्री प्रमोद कुमार जी बन्दूक वालों के वह प्रिंट किए हुए कागज मेरे पास नहीं होते ।
इसमें उस समय के सामाजिक, राजनीतिक परिदृश्य पर व्यंग्यात्मक टिप्पणियां देखी जा सकती हैं। जैसी कि मेरी शैली रही है, किसी पर कोई व्यक्तिगत आक्षेप कभी नहीं होता । इशारों में चर्चाएं होती हैं और एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए यह सारी कोशिशें चलती रहती हैं। हमारे चारों ओर जैसा परिदृश्य होता है, लेखन में भी व्यंग के माध्यम से वहीं प्रकट होता है । बहरहाल यह केवल श्री प्रमोद कुमार जी की आत्मीयता का ही परिणाम है कि रवि प्रकाश की विचार पत्रिका एसएमएस मैसेज सुरक्षित रह गये। उनका जितना अभिनंदन किया जाए , कम है।