रब तेरा शुक्रिया
कैसे बताऊँ तुझे दिल मेरा भी घायल है,
होके जुदा तुमसे मन मेरा भी पागल है,
किसको बताऊं मैं दिल की बाते,
कटती नही गम जुदाई की राते,
बिछुड़ा हूँ तुमसे मैं जबसे सनम,
तड़पता हूँ पल पल तेरी कसम,
चैन नही पाता मैं एकपल कहीं,
हरपल मैं चलता न रुकता कहीं,
मौत मुझको क्यो आती नही,
हाल तेरा क्यो बताती नही,
यादे है तेरी मुझको सताती,
तन्हाई में तेरी बाते बताती,
यादों में आंखे मेरी भर आती,
जुदाई का गम सुन ले रुलाती,
गम में तड़पता हूँ तुझको पुकारूँ,
लौट के तू आये मैं तुझको निहारूँ,
कहते हैं लोग मैं हूँ तेरा दीवाना,
तेरे ही जुदाई के गम में है मरना,
जीना नही तेरे बिन रब से कह दिया,
दे दे मौत मुझे रब तेरा शुक्रिया,