रफ़्तार
तेज़ रफ़्तार होती है
रेलगाड़ी…
हवाई जहाज़
सूर्य प्रकाश आदि आदि
परन्तु
मनुज मस्तिष्क नहीं
होती इतनी रफ़्तार!
आइंस्टीन जैसे बनने लिए भी
रफ़्तार नहीं
अपितु चाहिए शनै-शनै
प्रयासरत
संयम-धैर्य-अनुशासन
के साथ
होने को दीप्ती
प्रकाष्ठा को पार!
Varun Singh Gautam