Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2020 · 1 min read

रण्डी

वो जो मेरे जिस्म से हर रात खेला करता है
शौक है उसको वो माॅं जाई को रण्डी कहता है

जले भी हम हम्ही वो फूल जो बिस्तर में कुचलेजाएं
हमहिं ने उठ कर सलाम किए हमें ही वो दुत्कारा करता है

कभी झुमका कभी कंगन कभी गजरा कभी हार दिया
ये रात की बात थी अहले सुबह उठ कर वो दुत्कारा करता है
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
5 Likes · 478 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
*** पुद्दुचेरी की सागर लहरें...! ***
VEDANTA PATEL
धैर्य.....….....सब्र
धैर्य.....….....सब्र
Neeraj Agarwal
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mukesh Kumar Sonkar
दुनिया  की बातों में न उलझा  कीजिए,
दुनिया की बातों में न उलझा कीजिए,
करन ''केसरा''
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
2786. *पूर्णिका*
2786. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गांव की बात निराली
गांव की बात निराली
जगदीश लववंशी
मधुर व्यवहार
मधुर व्यवहार
Paras Nath Jha
"बच सकें तो"
Dr. Kishan tandon kranti
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
Vishal babu (vishu)
आदमी से आदमी..
आदमी से आदमी..
Vijay kumar Pandey
मंदिर की नींव रखी, मुखिया अयोध्या धाम।
मंदिर की नींव रखी, मुखिया अयोध्या धाम।
विजय कुमार नामदेव
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
*Author प्रणय प्रभात*
दुर्गा माँ
दुर्गा माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सोच ऐसी रखो, जो बदल दे ज़िंदगी को '
सोच ऐसी रखो, जो बदल दे ज़िंदगी को '
Dr fauzia Naseem shad
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक रूपक ज़िन्दगी का,
एक रूपक ज़िन्दगी का,
Radha shukla
मेरा गांव
मेरा गांव
Anil "Aadarsh"
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नजरिया
नजरिया
नेताम आर सी
आदमी की गाथा
आदमी की गाथा
कृष्ण मलिक अम्बाला
यूँ  भी  हल्के  हों  मियाँ बोझ हमारे  दिल के
यूँ भी हल्के हों मियाँ बोझ हमारे दिल के
Sarfaraz Ahmed Aasee
गिनती
गिनती
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आँखों में ख्व़ाब होना , होता बुरा नहीं।।
आँखों में ख्व़ाब होना , होता बुरा नहीं।।
Godambari Negi
आप
आप
Bodhisatva kastooriya
अनकहे अल्फाज़
अनकहे अल्फाज़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
खामोश कर्म
खामोश कर्म
Sandeep Pande
रोटी रूदन
रोटी रूदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
I Can Cut All The Strings Attached
I Can Cut All The Strings Attached
Manisha Manjari
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...