रघुवर की लीला
प्रभु कैसी अजब – गजब लीला रचाते हो
अपने ही घर में अपने मंदिर का भूमि पूजन
कलियुग में पाप नष्ट करने की खातिर
हमारे हाथों आप खुद ही करवाते हो ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 05/08/2020 )
प्रभु कैसी अजब – गजब लीला रचाते हो
अपने ही घर में अपने मंदिर का भूमि पूजन
कलियुग में पाप नष्ट करने की खातिर
हमारे हाथों आप खुद ही करवाते हो ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 05/08/2020 )