*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)
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रखो हमेशा इस दुनिया से चलने की तैयारी
1)
मन में ले संतोष-भाव को, सत्पथ पर ही चलना
मिले परिस्थिति जो जीवन में, उस ही में जा ढलना
धूप-छॉंव आती-जाती है, यात्रा रखना जारी
2)
कर्मों के फल पूर्व जन्म के, अच्छे-बुरे मिलेंगे
कभी आम बोओगे लेकिन, वृक्ष बबूल खिलेंगे
बुरा न कोई भाव पालना, रखना सबसे यारी
3)
आयु मिले सौ वर्ष आज ही, मृत्यु भले आ जाए
सुखी मिलें जीवन के क्षण हर, या दुख ही दुख छाए
जो दे अथवा नहीं हमें प्रभु, रहो सदा आभारी
रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451