रक्षाबन्धन
मेरे भाई।
हो सके तो लोटकर आना।
वादा जो किया वो निभाना।।
मेरे भाई।
याद करना, ना भुलाना,
रक्षासूत्र का बन्धन सुहाना।।
मातृ भूमि के रक्षक तुम,
रिश्ता पहले वो निभाना।
मेरे भाई
हो वतन के वीर सिपाई,
फर्ज वही तुम प्रथम निभाना।।
बहना पुकारे तुम लोट आना,
यह रक्षासूत्र तुम बंधाना।।
मेरे भाई—–
जय हिंद जय हिंद की सेना
(रचनाकार -डॉ शिव ‘लहरी’)