रंग ही रंगमंच के किरदार होते हैं।
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
इस साल, मैंने उन लोगों और जगहों से दूर रहना सीखा, जहाँ मुझे
अद्भुत प्रेम
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
ग़ज़ल _ मुहब्बत से भरे प्याले , लबालब लब पे आये है !
Patience and determination, like a rock.
आज हम जा रहे थे, और वह आ रही थी।
अपने आत्मविश्वास को इतना बढ़ा लो...
THOUGHT
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नज़रें बयां करती हैं,लेकिन इज़हार नहीं करतीं,
श्रीराम ही सहारे
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
अन्याय करने से ज्यादा बुरा है अन्याय सहना