रंग
गली में शोर हैं,
रंगीन हर छोर हैं,
नया एक दौर हैं,
खिल उठा भौर हैं,
हुरयारो का बरपा कहर हैं,
अभी बीता एक पहर हैं,
रंग में डूबा पूरा शहर हैं,
चली मिलन की लहर हैं,
झूम उठा हर अंग हैं,
आज मिले हम संग हैं,
आँसू भी आज बने रंग हैं,
हम उनको देखकर दंग हैं,
।।।जेपीएल।।।।