रंग में भंग
रंग में भंग
ठंडी-ठंडी
हवा सावन की
दे रही शीतलता
छा रही है
तन-मन पर
खुशी बनकर
रंग में भंग तो
हवा के साथ आई
धूल डाल रही है
-विनोद सिल्ला
रंग में भंग
ठंडी-ठंडी
हवा सावन की
दे रही शीतलता
छा रही है
तन-मन पर
खुशी बनकर
रंग में भंग तो
हवा के साथ आई
धूल डाल रही है
-विनोद सिल्ला