“रंग-बिरंगी छतरियां” #
#100 शब्दों की कहानी#
“रंग-बिरंगी छतरियां”
बारिश की रिमझिम फुहारों के साथ रंग-बिरंगी छतरियों के झिलमिलाते नजारे मन-मोह ही लेते हैं । बच्चों की दुनिया भी ऐसी ही निराली छटा बिखेरती है । बंटी ने क्रिकेट मैच में बैठे हुए दर्शकों को रंग-बिरंगी छतरियां लगाए हुए देखा और करने लगा ज़िद खरीदने की । इस बार जन्मदिवस पर रंग-बिरंगी छतरियां चाहिए पापा ।
“बंटी इस बार इतनी बारिश कहां हो रही ? इतनी छतरियां क्यों चाहिए तुम्हें ?”
“शिक्षिका ने बताया, अनाथाश्रम में छतरियों की जरूरत है, स्वेच्छा से दे सकते हो उपहार,उनकी जिंदगी में भी छाएगी बहार” छतरियां हैं उपयोगी हर मौसम में सदाबहार ।