Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2023 · 1 min read

रंग बिरंगा तोहफा

हास्य
रंग बिरंगा तोहफा
***************
होली क्या आई मेरा तो भाग्य खुल गया
अभी अभी राजधानी से एक लिफाफा
अबीर गुलाल के साथ मिल गया,
उसके साथ एक रंग बिरंगा पत्र
होली की अनंत शुभकामनाओं से भरा पड़ा था
पत्र में लिखा था वो कुछ ऐसा था
यह बात किसी को मत बताना
राज की बात है मान जाना
तुम्हारी होली और रंगीन हो जायेगी
यदि मेरी बात तेरी समझ में आयेगी।
पत्र लेकर तुम दिल्ली चले आना
दो चार जोड़ी कुर्ता पजामा साथ लाना
तूझे मंत्री बनवा दूंगा
अपने भ्रष्टाचार की सारी तोहमत तेरे सिर मढ़ दूंगा
कानून की नजरों में धूल झोंक
तिहाड़ में अपनी जगह तुझे शिफ्ट करा दूंगा
तेरी जगह मैं ले लूंगा
फिर भ्रष्टाचार करुंगा
दस परसेंट तेरी बीवी को भिजवाता रहूंगा
तेरी होली रंगीन बना दूंगा
तिहाड़ में ऐशो आराम के सारे इंतजाम करवा दूंगा,
तेरे साथ अपनी भी होली यादगार बना लूंगा।
मैं क्या हूं? कानून, पुलिस, सरकार को भी बता दूंगा,
होली की आड़ में सबकी आंखों में
मिर्ची मिक्स रंग अबीर झोंक दूंगा
अपनी ईमानदारी का पुख्ता सबूत पेश कर दूंगा,
तेरी सात पीढ़ियों तक को मालामाल कर दूंगा
होली पर तेरी उम्मीद से बेहतर
रंग बिरंगा होली का तोहफा दूंगा।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
© मौलिक स्वरचित

1 Like · 144 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
समंदर में नदी की तरह ये मिलने नहीं जाता
समंदर में नदी की तरह ये मिलने नहीं जाता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हुई नैन की नैन से,
हुई नैन की नैन से,
sushil sarna
नाम इंसानियत का
नाम इंसानियत का
Dr fauzia Naseem shad
"जिम्मेदारियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
Phool gufran
नाटक नौटंकी
नाटक नौटंकी
surenderpal vaidya
2797. *पूर्णिका*
2797. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*BOOKS*
*BOOKS*
Poonam Matia
दोहा निवेदन
दोहा निवेदन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*छोड़कर जब माँ को जातीं, बेटियाँ ससुराल में ( हिंदी गजल/गीति
*छोड़कर जब माँ को जातीं, बेटियाँ ससुराल में ( हिंदी गजल/गीति
Ravi Prakash
#सामयिक_विमर्श
#सामयिक_विमर्श
*प्रणय*
बदलने लगते है लोगो के हाव भाव जब।
बदलने लगते है लोगो के हाव भाव जब।
Rj Anand Prajapati
शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के
शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के
Neelam Sharma
कोंपलें फिर फूटेंगी
कोंपलें फिर फूटेंगी
Saraswati Bajpai
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रात नहीं सपने बदलते हैं,
रात नहीं सपने बदलते हैं,
Ranjeet kumar patre
हम पर कष्ट भारी आ गए
हम पर कष्ट भारी आ गए
Shivkumar Bilagrami
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
सत्य कुमार प्रेमी
बेटी हूं या भूल
बेटी हूं या भूल
Lovi Mishra
मन को भिगो दे
मन को भिगो दे
हिमांशु Kulshrestha
ਅੱਜ ਕੱਲ੍ਹ
ਅੱਜ ਕੱਲ੍ਹ
Munish Bhatia
अकेले हुए तो ये समझ आया
अकेले हुए तो ये समझ आया
Dheerja Sharma
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
Dr Manju Saini
सलाम
सलाम
Dr.S.P. Gautam
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मंत्र: वंदे वंछितालाभाय चंद्रार्धकृत शेखराम् । वृषारूढाम् शू
मंत्र: वंदे वंछितालाभाय चंद्रार्धकृत शेखराम् । वृषारूढाम् शू
Harminder Kaur
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
Bindesh kumar jha
प्यासा के हुनर
प्यासा के हुनर
Vijay kumar Pandey
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
समस्याओं के स्थान पर समाधान पर अधिक चिंतन होना चाहिए,क्योंकि
Deepesh purohit
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...