रंगों की सुखद फुहार
हे नारायण! कर जोड़ आप से
विनती यही करता मैं बारंबार
जहां जहां मेरे मित्र बसें, मिलें
उनपे करो रंगों की सुखद फुहार
रंगों संग सराबोर करे सबके मन
मानस को स्नेह का भाव बेशुमार
पूरे वर्ष याद आती रहे इस होली
की आपसी ठिठोली और मनुहार
सबको शुभता दे होली का त्यौहार
जीवन में चहुंओर मिले प्यार अपार