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2 Mar 2020 · 1 min read

रंगों का ये खुमार का मौसम

रंगों का ये खुमार का मौसम
लाया है फिर बहार का मौसम

रहती बेचैनियां बड़ी दिल में
आएगा कब करार का मौसम

ज़र्द पत्तों सी बिखरी यादें हैं
है अभी इंतज़ार का मौसम

रुख हवाओं का देखकर ही तो
चलता है फूल खार का मौसम

चोट खाई बड़ी अभी दिल ने
अब कहाँ ऐतबार का मौसम

ये रुलाता कभी हँसाता है
कैसा ये जीत हार का मौसम

‘अर्चना’ खुशबुएं भरी दिल में
खिल रहा है जो प्यार का मौसम

02-03-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद
743

3 Likes · 1 Comment · 492 Views
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