योग दिवस पर दोहे
21 जून, विश्व योग दिवस पर दोहे
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जगत गुरु बन भारत ने, योगा दिया सिखाय।
सकल विश्व को एक दिन,एक मंच पर लाय।।
जिसको योगा भा गया, हुआ नहीं बीमार।
जिसने भी प्रतिदिन किया,काया लिया सुधार।।
सेहत के लिए योगा, होता है वरदान।
सब रोगों का कर रहा ,योगा आज निदान।।
बच्चे बूढ़े जवाँ सभी, करें हमेशा योग।
तीव्र बुद्धि औ शांत मन,पाकर होत निरोग।।
योग का अर्थ है जोड़, जुड़कर करिए योग।
जुड़े विश्व जब एक साथ,होय प्रीत का योग।।
योगा का उद्देश्य है, सृजन स्वस्थ समाज।
कल हमारा हो सुंदर,उत्तम हो सब काज।।
चिंता से मुक्ति मिले, करें सुबह औ शाम।
प्रकृति के इस तोफे को,विज्ञान करे प्रणाम।।
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अशोक शर्मा, लक्ष्मीगंज, कुशीनगर, उ.प्र.
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