योग दिवस पर कुछ दोहे
दिया पतंजलि ने हमें, योगासन का ज्ञान।
जग में भारतवर्ष को,मिली एक पहचान।।1
दुनिया भर में है मची ,योग दिवस की धूम।
भारतवासी गर्व से ,रहे खुशी में झूम।।2
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मन को रखता शांत ये ,तन को रखे निरोग।
ऋषि मुनियों की देन है, अपना अद्भुत योग।।3
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सबको करना चाहिए ,रोजाना ही योग।
सात्विकता अपना सभी, त्याज्य बनाएँ भोग।।4
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रोग मुक्त के साथ ही, बने लचीली देह।
आभामय हों वदन सब,खुशियाँ आएँ गेह।।5
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अपनाएँ यदि योग को, जीवन में हम आप।
स्वस्थ निरोगी देह हो, मिटें सभी संताप।।6
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सुबह-सुबह उठकर करें ,आसन प्राणायाम।
होठों पर मुस्कान हो ,फिर तो आठों याम।।7
योगासन से दूर हो ,तन-मन की हर व्याधि।
योग गुरू की साथ में ,मिलती मुफ्त उपाधि।।8
योग करे हर अंग में ,प्राणवायु संचार।
करे निरोगी देह को, हरे समस्त विकार।।9
जीवन में जिसको मिली, योगासन की छाँव।
हरा-भरा उसका हुआ, सूना मन का गाँव।।10