योग करें निरोग रहें
योग करें निरोग रहें
योग हमारे शरीर से आत्मा को एक दूसरे के साथ जोड़ने की बेहतरीन कड़ी है जो तन मन को जागृत अवस्था में ले आती है और आत्मिक शांति प्रदान करती है।
एक चमत्कारिक रूप से शक्तिशाली ऊर्जा देती है और योग से शरीर निरोग रहता ।
शरीर के विभिन्न हिस्सों में जो बीमारियों से जकड़ लेता है उसे कुछ हद तक जड़ से खत्म कर देता है लेकिन योग को सही तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त कर ही किया जाना चाहिए वरना लेने के देने पड़ सकते हैं गलत तरीके से किया गया योग उल्टा शरीर में नुक्सान देह साबित होता है।
दैनिक जीवन में योग अभ्यास के दौरान धीरे धीरे से ही योग साधना को आगे बढ़ाते रहना चाहिए।
एक ही दिन सारे प्रयोग के जरिये फायदा नही होता है। वैसे तो योग क्रिया के पश्चात शरीर में सारे दिन ऊर्जा बनी रहती है मन प्रसन्न चित्त रहता है बुद्धि तेज हो जाती है और दैनिक कार्यक्रलाप सुविधा जनक होते हैं ।
शरीर स्वस्थ व मन शांत रहता है योग से शरीर मानसिक तनाव से भी दूर रहता है ।
हर मनुष्य योग के माध्यम से ओजस्वी बन जाता है अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो अपने कर्तब्य का पालन करता है।योग प्राचीन संस्कृति का परिचायक है योग से शरीर स्वस्थ रोगमुक्त ही नहीं बल्कि मानसिक तनाव व बौद्धिक क्षमता का विकास भी करता है शरीर की प्रतिरोधक शक्ति भी बढ़ती जाती है।
योग से शरीर निरोग रहता है तो आईए हम सभी आज से ही संकल्प लें कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन सुबह समय निकालकर योग जरूर करेंगे।
जीवन मे तन मन को स्वस्थ रखने के लिए योग क्रियाओं को अपनाते हुए अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हुए निरन्तर प्रयास करते रहेंगे ……
हम भले ही रोज योग करें या न करें लेकिन जरूरत पड़ने पर एक दूसरे का सहयोग जरूर करें।
शशिकला व्यास