योग और भोग साथ-साथ नहीं चल सकते !
योग और भोग
साथ-साथ नहीं चल सकते !
योग के लिए
गृहस्थ जीवन में भी
ब्रह्मचर्य पालन करने होंगे,
तो भोग-विलास से दूरी भी !
योग सिर्फ आसन नहीं,
अपितु त्याग का नाम है !
विलासी जीवन से योग फ़ख़्त
औपचारिकता भर रहेंगे !
सच्चा योगी होने के लिए
भोगी को भोगकर्म से
मुक्ति पाने होंगे !
हाँ, संगीत से
योग का जुड़ाव संभव है,
पर भोग और योग
एक दूजे के पूरक
नहीं हो सकते हैं !