योगी नाथ है
सनातन सत्य सत्ता के, प्रबलतम भाव है योगी।
आस्था, प्रेम, करुणा के, सतत सद्भाव है योगी।।
शिक्षित है वो दीक्षित है, महा रणवीर है योगी।
महाराणा, शिवाजी के , सबल समशीर है योगी।।
है जननायक वो नेता भी, प्रबंधक भी तो है योगी।
वो कर्ता है वो भर्ता है, निबंधक भी तो है योगी।।
गुंडों, चोर , दुष्टों के , विनाशक अस्त्र है योगी ।
अगर कोई देश द्रोही है, तो नाशक शस्त्र है योगी।।
मूकों की भाषा अंधों की आंख, लंगड़ो के पांव है योगी।
गरीबों बेसहारों के भगवान, और बेघरों के छांव है योगी।।
गर्व जो करता है भारत पर, उसके साथ है योगी जी।
शिव के भक्त, रक्त में भारत, यूपी के नाथ है योगी जी।।
” योगी जी के चाल, चरित्र और चेहरे को समर्पित”.