हे सड़क तुम्हें प्रणाम
हे सड़क तुम्हे मेरा प्रणाम
हे हमारी सड़क तुम्हे सादर मेरा प्रणाम,
गड्ढे जस के तस है बस बदले तेरा नाम,
कच्ची पक्की सड़क सबके हाल बुरे,,
खड्डे पुर्जे तोड़ रहे गाड़ीयो के तमाम,,
कमर दर्द से पीड़ित जनता मांगे न्याय,,
हिचकोले खा रहे सब क्या खास आम,
बहुत लगाये जुर्माने कोई नही मलाल,,
बस सड़को पर दिख जाये कोई काम,,
दुश्वार सफर है मुश्किल डगर है आज,,
मनु विनय करे सुनो जी मचा कोहराम,,
मानक लाल मनु,,🙏