Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2024 · 1 min read

ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा।

मुक्तक

ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा।
नहीं मुमकिन तुम्हारे बिन मैं कैसे जी भी पाऊंगा।
तुम्हें मुझ पर भरोसा है, तो हरदम याद ये रखना,
कोई भी लाक्षा गृह हो उसे मैं तोड़ आऊंगा।

………✍️ सत्य कुमार प्रेमी

Language: Hindi
46 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all
You may also like:
“हम हो गए दीवाने”
“हम हो गए दीवाने”
DrLakshman Jha Parimal
मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ
Chaahat
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
Rj Anand Prajapati
कुछ लोग इस ज़मीन पे
कुछ लोग इस ज़मीन पे
Shivkumar Bilagrami
वो ख्वाबों ख्यालों में मिलने लगे हैं।
वो ख्वाबों ख्यालों में मिलने लगे हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
कभी किसी की किसी से खूब बनती है,
कभी किसी की किसी से खूब बनती है,
Ajit Kumar "Karn"
बदली मन की भावना, बदली है  मनुहार।
बदली मन की भावना, बदली है मनुहार।
Arvind trivedi
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
🙏गजानन चले आओ🙏
🙏गजानन चले आओ🙏
SPK Sachin Lodhi
कारगिल युद्ध के समय की कविता
कारगिल युद्ध के समय की कविता
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
वक्त का तकाजा हैं की,
वक्त का तकाजा हैं की,
Manisha Wandhare
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
AJAY AMITABH SUMAN
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
पूर्वार्थ
कबीर ज्ञान सार
कबीर ज्ञान सार
भूरचन्द जयपाल
दिनकर शांत हो
दिनकर शांत हो
भरत कुमार सोलंकी
*आओ पौधा एक लगाऍं (बाल कविता)*
*आओ पौधा एक लगाऍं (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"मुश्किल वक़्त और दोस्त"
Lohit Tamta
छलनी- छलनी जिसका सीना
छलनी- छलनी जिसका सीना
लक्ष्मी सिंह
यूं न इतराया कर,ये तो बस ‘इत्तेफ़ाक’ है
यूं न इतराया कर,ये तो बस ‘इत्तेफ़ाक’ है
Keshav kishor Kumar
#अमावसी_ग्रहण
#अमावसी_ग्रहण
*प्रणय प्रभात*
फिर मुलाकात करेंगे ज़िंदगी से,
फिर मुलाकात करेंगे ज़िंदगी से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"पतझड़"
Dr. Kishan tandon kranti
दुल्हन एक रात की
दुल्हन एक रात की
Neeraj Agarwal
ज़िंदगी ने कहां
ज़िंदगी ने कहां
Dr fauzia Naseem shad
3554.💐 *पूर्णिका* 💐
3554.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
श्री गणेश
श्री गणेश
विशाल शुक्ल
* फागुन की मस्ती *
* फागुन की मस्ती *
surenderpal vaidya
नव प्रस्तारित छंद -- हरेम्ब
नव प्रस्तारित छंद -- हरेम्ब
Sushila joshi
मेरी कल्पना पटल में
मेरी कल्पना पटल में
शिव प्रताप लोधी
गुफ़्तगू हो न हो
गुफ़्तगू हो न हो
हिमांशु Kulshrestha
Loading...