— ये बाज़ार है —
बड़े इज्जत और मान के साथ
बैठाया, और बहलाया जाता है
एक एक कर के सारा आपको
सामान दिखाया जाता है !!
पसंद आपकी, कीमत उनकी
काफी लोभ बताया जाता है
जब तक की आप थक न जाए
हर भाव बताया जाता है !!
चाय , काफी, ठंडा और नाश्ता
नौकर के हाथों बढाया जाता है
उसी वकत ही आपकी आँखों
में रोमांच सजाया जाता है !!
उस के बाद आपके सामान को
आपकी गाडी तक ले जाया जाता है
आपके दिल में उस व्यापारी का
सारा मान बढ़ाया जाता है !!
सामान में निकली कुछ गड़बड़
फिर देखो तेवर चढ़ाया जाता है
जो मान मिला था पहले आपको
फिर वो दिखा नही पाता है !!
यह बाज़ार है, मतलब का
यहाँ सोच समझ कर जाया करो
या तो ले लो किसी से सलाह
या जान पहचान साथ ले जाया करो !!
माल बिकने के बाद खुद देखना
तुम्हे हानि पहुँचाया जाता है
वो (व्यापारी) कैसे लाभ से वंचित हो
ऐसे ही तो व्यापार बढाया जाता है !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ