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10 May 2019 · 1 min read

ये परचम जो थमाया है, उसे झुकने नही देंगे ।

जो परचम ये थमाया है, उसे झुकने नही देगें।
लगी जो आग सीने में, उसे बुझने नहों देगें।
ये छलिये देश को छलकर कहां जायेंगे बचकर के ।
जो वापस देश में आये, इन्हे जीने नही देगें।

डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, सीतापुर

Language: Hindi
272 Views
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