ये दुनियाँ है बाबुल का घर
ये दुनियाँ है बाबुल का घर
ज़िंदगी पुत्री बनकर आई है
चाहे जितना हॅस लें गा लें
होनी साँझ को विदाई है
@सुस्मिता सिंह ‘काव्यमय’
ये दुनियाँ है बाबुल का घर
ज़िंदगी पुत्री बनकर आई है
चाहे जितना हॅस लें गा लें
होनी साँझ को विदाई है
@सुस्मिता सिंह ‘काव्यमय’