ये तुम्हें क्या हो गया है…….!!!!
ये तुम्हें क्या हो गया है…….!!!!
तुम ऐसे तो नहीं थे…….
तुम ही वो
जिसने कभी किसी चीज की परवाह नहीं की थी
जिंदगी की राहों के सब रस्ते आसान किये थे
दोस्तो के दोस्त
तुम और
हम दमों के हम दम
फिर क्या….हुआ..वक़्त का पहिया घूमा…..
तुमने खुद का मिजाज बदल डाला……
दुनिया ने तुम को क्या समझा नहीं
फिर
क्या हुआ……..तो
इसकी परवाह में तुम इतनी
गहरायी में मत जाना
दुनिया तो है ही बढ़ी बेरहम
किसी के ज़ख्म का कब है इसके पास मरहम
तो बस
खुद को फिर उसी जगह लाओ
और हंसो
खिलखिलाओ …सारे ग़म भुलाओं …….ShabinaZ