ये जिन्दगी तुम्हारी
तितली सी उड़ान है
या दूध सा उफ़ान है
दो पल का तुफान है
ये जिंदगी तुम्हारी…….
बचपन सी उमंग है
यौवन सी तरंग है
बुढ़ापे सा भुजंग है
ये जिंदगी तुम्हारी…….
फूलों सी महक है
पंछी सी चहक है
अग्नि सी दहक है
ये जिंदगी तुम्हारी……..
सुबह सा उजाला है
दोपहर सी ज्वाला है
अश्रूओं सी माला है
ये जिंदगी तुम्हारी……..
भंवरों सी दिवानी है
अंगूठी सी निशानी है
‘V9द’ सी कहानी है
ये जिंदगी तुम्हारी……..
स्वरचित
V9द चौहान