ये जिंदगी एक खेल है
न हारना जरूरी न जीतना जरूरी
ये जिंदगी एक खेल है , इसे खेलना जरूरी
जब तक के तुम बेठो, हर ठोकरों के बाद
कुछ देर रूककर , फिर चल पड़ना मेरे यार
ये मुझसे ही हो पायेगा , तुम बोलना हर बार
न हारना जरूरी न जीतना जरूरी
ये जिंदगी एक खेल है , इसे खेलना जरूरी
हर यत्न के बावजूद हो जाती है, कभी हार
होके निराश मत बैठना , मेरे यार
बढ़ते रहना आगे चाहे , जैसा हो मौसम
पा लेती है चींटी भी , गिरकर कई बार
न हारना जरूरी न जीतना जरूरी
ये जिंदगी एक खेल है , इसे खेलना जरूरी
जिद करो आगे बढ़ो , यत्न करो हर बार
जो लिखा नहीं लकीरों मे , वो हासिल होगा यार
गर चाहते हो धरा पर खुदा ले अवतार
तो वो करो ,जिससे तुम्हे दुआ मिलें हजार
पानी को बर्फ बनने में ,समय लगता है “दीप”
ढले सूरज को निकालने में वक्त लगता है “दीप”
न मायूस हो , न उदास हो
जिंदगी कहीं से भी ,अच्छा मोड़ ले सकती है “दीप”
-जारी