ये ज़िंदगी
सांसों के तार पर टिकी हुई है
ये ज़िंदगी ,
कुछ हक़ीकत, कुछ ख्वाबों की बसर है
ये जिंदगी ,
लम़्हा भर वक्त की दहलीज़ पर ठहरी है
ये जिंदगी ,
कुछ फ़ितरत , कुछ हादसों के दोश पर
फ़ना है ये ज़िंदगी।
सांसों के तार पर टिकी हुई है
ये ज़िंदगी ,
कुछ हक़ीकत, कुछ ख्वाबों की बसर है
ये जिंदगी ,
लम़्हा भर वक्त की दहलीज़ पर ठहरी है
ये जिंदगी ,
कुछ फ़ितरत , कुछ हादसों के दोश पर
फ़ना है ये ज़िंदगी।